ये कम उम्र के लड़के-लड़की अपना जीवन खपा के ओलंपिक तक पहुँचते हैं, थोड़ी बहुत कमी के चलते कुछ आगे-पीछे रह जाते हैं, पर जान तो ये भी लगाते हैं.. हर प्रतिभागी को सम्मानित राशि दी जानी चाहिए. प्रतिभा बचाओ -
खेल का समर्थन हो, सिर्फ़ जीत को पुरस्कृत नहीं..
जय मूलनिवासी