न्यायपालिका की जज महिला उसकी न्याय मंदिर याने कोर्ट मे सुरक्षित नही है । तो आम महिला क्या खाक सुरक्षित होगी ?

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*यह साधारण बात नही है ।*
       सोचो न्यायपालिका की जज महिला उसकी न्याय मंदिर याने कोर्ट मे सुरक्षित नही है । तो आम महिला क्या खाक सुरक्षित होगी ? 
लोकतंत्र का मजबूत स्तंभ न्यायपालिका है यहां पर भी महिला सुरक्षित नहीं है.ब्राह्मणों ने अपनी व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोकतंत्र के चारो पिलरो कार्यपालिका, विधायिका, न्यायपालिका और मीडिया को अपना नाजायज कब्जा जमा लिया है.जब तक RSS और बीजेपी के ब्राह्मणों को आप सता से हटा ओगे नही तब तक यह होता रहेगा.
*#evm_हटाव_देश_बचाओ*
जय मूलनिवासी 

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