Movement in America including India Construction of Ram temple in Ayodhya boils in America

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भारत सहित अमेरिका में आंदोलन
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से अमेरिका में उबाल
ब्राह्मणवाद मुर्दाबाद, नरेन्द्र मोदी मुर्दाबाद के नारों से गूंज उठा न्यूयार्क का चप्पा-चप्पा

                                                                                                                                                    गूगल से ली गई छायाचित्र‘‘बोल पच्चासी, जय मूलनिवासी, ब्राह्मण विदेशी, जय मूलनिवासी, सिख मुस्लिमएकता जिंदाबाद, ईसाई सिख एकता, जिंदाबाद, लिंगायत सिख एकता, जिंदाबाद, ब्राह्मणवाद मुर्दाबाद,नरेन्द्र मोदी मुर्दाबाद, बीजेपी मुर्दाबाद, मोदी कंजड़ हाय-हाय’’ आदि नारों के साथ विशाल विरोध

प्रदर्शन अमेरिका के न्यूयार्क में उस वक्त देखने को मिला जब हजारों की संख्या में आंदोलनकारी

सड़कों पर उतर आए और देखते ही देखते ब्राह्मण विरोध नारों से न्यूयार्क का चप्पा-चप्पा गूंज उठा.

अयोध्या (साकेत) में मंदिर निर्माण को लेकर न केवल भारत में देश्व्यापी आंदोलन चल रहा है, बल्कि अमेरिका में भी कड़ा विरोध हो रहा है. 5 अगस्त को जहां बुद्ध की नगरी साकेत (अयोध्या) में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ सहित सैकड़ों ब्राह्मणों की उपस्थिति में राम मंदिर का शिलान्यास हो रहा था तो वहीं इसके विरोध में भारत सहित अमेरिका में ब्राह्मणवाद के खिलाफ आंदोलन चल रहे थे. ‘‘ब्राह्मणवाद मुर्दाबाद, नरेन्द्र मोदी मुर्दाबाद, बीजेपी मुर्दाबाद, मोदी कंजड़ हाय-हाय’’ आदि नारों के साथ विशाल विरोध प्रदर्शन अमेरिका के न्यूयार्क में उस वक्त देखने को मिला जब हजारों की संख्या में आंदोलनकारी सड़कों पर उतर आए और देखते ही देखते ब्राह्मण विरोध नारों से न्यूयार्क का चप्पा-चप्पा गूंज उठा.

इतना ही आंदोलनकारियों ने ‘मनुस्मृति’ को जूतों पीटी और उसके बाद उसका दहन कर दिया. इसके बाद भी भारत की गोदी मीडिया से इतनी बड़ी खबर गायब रही. क्योंकि, अभी तक चाटुकार गोदी मीडिया इस खबर पर खामोश है. जबकि, यही गोदी मीडिया राम मंदिर निर्माण की खबर को कवरेज करने के लिए पांच दिन पहले से आयोध्या में डेरा जमा चुकी थी. 

बता दें कि अयोध्या (साकेत) में मंदिर निर्माण के विरोध में बहुजन क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक वामन मेश्राम साहब ने 29 जुलाई को ही 29 जुलाई से लेकर 5 अगस्त तक हाथों पर काली पट्टी बांधकर निषेध आंदोलन की घोषणा की थी. इस घोषणा के बाद  ही देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसमें एससी, एसटी, ओबीसी और मायनॉरिट के लोग एवं उनके हजारों संगठनों ने मिलकर पूरी ताकत के साथ विरोध प्रदर्शन किया. वहीं दूसरी ओर 5 अगस्त को ही अमेरिका में विशाल विरोध प्रदर्शन देखने को मिला.

                                          
                                                                               गूगल से ली गई छायाचित्र
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिका के न्यूयार्क में बड़े पैमाने पर अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण के विरोध में हजारों की संख्या में आंदोलनकारी सड़कों पर उतर आए. इसके बाद ‘‘ब्राह्मणवाद मुर्दाबाद, नरेन्द्र मोदी मुर्दाबाद, बीजेपी मुर्दाबाद, मोदी कंजड़ हाय-हाय’’ आदि नारों के साथ मनुस्मृति का दहन किया. इस विशाल विरोध प्रदर्शन में भारत मुक्ति मोर्चा, बहुजन क्रांति मोर्चा, राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा, राष्ट्रीय सिख मोर्चा, राष्ट्रीय क्रिश्चन मोर्चा, राष्ट्रीय लिंगायत मोर्चा सहित अन्य मूलनिवासी बहुजन समाज के संगठन शामिल रहे. 

प्राप्त जानकारी के अनुसार, आंदोलनकारियों ने कहा कि भारत में विदेशी ब्राह्मणों ने पहले बाबरी मस्जिद गिराया और दंगा कराया जिसमें लाखों लोग मारे गए और आज 5 अगस्त 2020 को उसी जमीन पर राम मंदिर का निर्माण कर रहे हैं. उन्होंने कहा हम सिख, ईसाई, मुस्लिम, बुद्धिस्ट, लिंगायत और जैन कुल 85 प्रतिशत हैं. लेकिन ब्राह्मणों ने हमें भारत में विभाजित कर गुलाम बनाकर रखा है और हमारे ऊपर अन्याय-अत्याचार करते हैं. लेकिन अब हम 85 प्रतिशत मूलनिवासी बहुजन समाज जागृत हो रहे हैं, ब्राह्मणों के षड्यंत्रों को समझने लगे हैं. अब हम एक साथ मिलकर इन ब्राह्मणों को सबक सिखाएंगे. उन्होंने कहा कि ब्राह्मणों ने भारत में हमारे जवानों को शहीद किया हम उसका बदला लेंगे. 

उन्होंने ब्राह्मणों पर आरोप लगाया कि ब्राह्मण हमारे सिख धर्ममें भी घुसपैठ करने की कोशिश की. हम ब्राह्मणों से पूछना चाहते हैं जिनको राम मानते हैं उनका जन्म कैसे हुआ? उन्होंने कहा, वाल्मिकी रामायण के अनुसार, राम का जन्म नियोग से हुआ था. राम दशरथ का पुत्र नहीं, बल्कि ऋंग ऋषि का पुत्र है. जो पुत्र अपने बाप का नहीं होता उसे नाजायज कहा जाता है. यह हम नहीं वाल्मिकी रामायण कह रहा है. आगे कहा कि 1947 के समय जब भारत-पाकिस्तान का विभाजन हुआ उस समय वहां बाबरी मस्जिद थी, लेकिन धर्म के नाम पर झगड़ा लगाने के लिए कांग्रेस ने उसमें जानबूझकर राम की मूर्ति रखी. जब आज ब्राह्मणों की दूसरी पार्टी की सरकार आ गई तो अब वहां जबरन राम का मंदिर बना रहे हैं. अंत में उन्होंने कहा अब हम 85 प्रतिशत मूलनिवासी बहुजन समाज के लोग इकट्ठा हो गये हैं, अब हम ब्राह्मणों के खिलाफ आरएसएस से सीधा टक्कर लेंगे और उनको सबक भी सिखाएंगे. @Nayak1

 

 

Movement in America including India

Construction of Ram temple in Ayodhya boils in America

Brahminism resonated with the slogans of Murdabad, Narendra Modi Murdabad

Photograph taken from Google

"Bol Pachhasi, Jai Moolnivasi, Brahmin foreigner, Jai Moolnivasi, Sikh Muslim unity Zindabad, Christian Sikh unity, Zindabad, Lingayat Sikh unity, Zindabad, Brahminism Murdabad, Narendra Modi Murdabad, BJP Murdabad, Modi Kanjar hi-hi" slogans etc. Massive protests with the US were seen in New York, when thousands of agitators came out on the streets and New York's loud slogan echoed with the Brahmin protest slogans.

In Ayodhya (Saket), there is a strong protest against the construction of the temple not only in India but also in the US. On August 5, where the foundation stone of the Ram temple was being held in the presence of hundreds of Brahmins, including RSS chief Mohan Bhagwat, Prime Minister Narendra Modi, UP CM Yogi Adityanath, in the Buddha's city of Saket (Ayodhya), there was a protest against Brahminism in India, including India. There were agitations against Massive protests with the slogans of "Brahminism Murdabad, Narendra Modi Murdabad, BJP Murdabad, Modi kanjar hi-hi" were seen in New York of America when thousands of agitators came on the streets and saw the Brahmin New York's echoes echoed with protest slogans.

The same agitators beat 'Manusmriti' with shoes and then burnt it. Even after this, such a big news was missing from the dock media of India. Because, till now the crappy dock media is silent on this news. Whereas, this same dock media had camped in Ayodhya five days ago to cover the news of construction of Ram temple.

Explain that in protest against the construction of the temple in Ayodhya (Saket), the National Convenor of Bahujan Kranti Morcha Vaman Meshram Saheb announced the prohibition movement on July 29, from July 29 to August 5, by tying a black band on his hands. Only after this announcement, protests started across the country, in which the people of SC, ST, OBC and Minorit and thousands of their organizations together protested with full force. On the other hand, on 5 August, huge protests were seen in America.

 According to information received from sources, thousands of agitators took to the streets in protest against the construction of Ram temple in Ayodhya in New York, USA. After this, Manusmriti was burnt with slogans like "Brahminism Murdabad, Narendra Modi Murdabad, BJP Murdabad, Modi Kanjad Hi-Hi". Organizations of other indigenous Bahujan Samaj including Bharat Mukti Morcha, Bahujan Kranti Morcha, Rashtriya Muslim Morcha, Rashtriya Sikh Morcha, Rashtriya Christian Morcha, Rashtriya Lingayat Morcha were involved in this huge protest.

 According to the information received, the agitators said that foreign Brahmins in India first demolished Babri Masjid and rioted in which lakhs of people were killed and today on 5 August 2020, they are constructing Ram temple on the same land. He said that we Sikhs, Christians, Muslims, Buddhists, Lingayats and Jains are 85 percent of the total. But the Brahmins have divided us into India and enslaved us and perpetrated injustice and oppression on us. But now we are awakening 85 percent of the indigenous Bahujan Samaj, understanding the conspiracies of Brahmins. Now together we will teach these Brahmins a lesson. He said that Brahmins martyred our soldiers in India, we will avenge them.

 He accused the Brahmins that the Brahmins also tried to infiltrate our Sikhism. We want to ask the Brahmins who believe that Rama was born. He said, according to Valmiki Ramayana, Rama was born from Niyoga. Rama is not the son of Dasharatha, but the son of shrung Rishi. A son who does not belong to his father is called illegitimate. This is not us saying Valmiki Ramayana. He further said that at the time of the partition of India and Pakistan in 1947, there was Babri Masjid at that time, but in order to quarrel in the name of religion, the Congress deliberately placed a statue of Ram in it. When the government of the second party of Brahmins came today, now they are forcibly building a temple of Ram there. In the end, he said that now we have gathered 85 percent of the indigenous Bahujan Samaj, now we will take a direct fight against the Brahmins from the RSS and will also teach them a lesson. @ Nayak1

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