सरकार से लेकर पूंजीपति तक लॉकडाउन का उठा रहे
फायदा
500 भारतीय कंपनियों की सूची में शीर्ष पर
रिलायंस इंडस्ट्रीज फॉर्चुन, चौथे नंबर पर देश का
सबसे बड़ा बैंक एसबीआई
गूगल से ली गई छायाचित्र
लॉकडाउन में जहां एक तरफ देश के करोड़ों लोग
बेरोजगारी, गरीबी और भुखमरी जैसे अन्य भयंकर समस्याओं
से जूझ रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ कभी मुकेश अम्बानी तो कभी मुकेश अम्बानी की
कंपनी रिकार्डतोड़ कमाई कर रही है. जबकि, लॉकडाउन ने देश की
अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है, जिसे खड़ा होने में कई साल लगेंगे. ऐसे में मुकेश अंबानी सहित
अन्य अरबपतियों की कमाई में अंधाधूंध बढ़ोत्तरी होना इस बात को साबित करता है कि एक
ओर लॉकडाउन ने देश के करोड़ों लोगों को कंगाल बना दिया है तो दूसरी ओर अरबपतियों को
अंधाधूंध कमाई के लिए एक सुनहरा अवसर दे दिया है. इसी मौके का फायदा उठाते हुए
अरबपतियों की कमाई में अंधाधूंध बढ़ोत्तरी हो रही है. शायद इस अवसर का फायदा इसलिए
उठाया होगा क्योंकि संकट काल के दौरान आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत ने आपको का एक अवसर
बताया था. इस अवसर का फायदा केवल अरबपति ही नहीं, बल्कि मोदी सरकार भी खूब जमकर फायदा उठा रही है.
खबरों के मुताबिक, फॉर्चुन 500 भारतीय कंपनियों की
सूची में दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी के अगुवाई वाली आरआईएल शीर्ष पर पहुंच गई
है. फॉर्चुन इंडिया ने बुधवार को कहा कि भारत की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल
कॉरपोरेशन दूसरे स्थान पर रही. उसके बाद ओएनजीसी का स्थान है. यह कितनी हाष्यपद
बात है कि इस सूची में देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई चौथे स्थान पर है. जबकि दूसरी
सबसे बड़ी खुदरा ईंधन कंपनी बीपीसीएल पांचवें स्थान पर रही है.
सूची का प्रकाशन फॉर्चुन इंडिया ने किया है जो
कोलकाता स्थित आर पी संजीव गोयनका समूह का हिस्सा है. सूची में टाटा मोटर्स छठें
तथा स्वर्ण प्रसंस्करण से जुड़ी राजेश एक्सपोर्ट सातवें स्थान पर रही है. इसके साथ
ही देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज आठवें तथा
आईसीआईसीआई बैंक नौवें एवं लार्सन एंड टूब्रो 10वें पायदान पर रहा है. अगस्त में जारी वैश्विक रैंकिंग में
आरआईएल दुनिया की शीर्ष 100 कंपनियों में शामिल
थी. वैश्विक सूची में आईओसी पिछले साल के मुकाबले 34 स्थान लुढ़ककर 151वें जबकि ओएनजीसी 30 स्थान नीचे आकर 190वें स्थान पर थी.@Nayak 1
Farmers Protest
The benefits of
lockdown from government to capitalist
Reliance
Industries Fortune tops 500 Indian companies list, country's largest bank SBI
at number four
Photograph taken
from Google
In the lockdown,
on one side, crores of people in the country are struggling with other terrible
problems like unemployment, poverty and hunger, while on the other hand, Mukesh
Ambani and sometimes Mukesh Ambani's company is making record-breaking
earnings. However, the lockdown has badly affected the country's economy, which
will take many years to stand up. In such a situation, the indiscriminate
increase in the earnings of other billionaires, including Mukesh Ambani, proves
that on one hand the lockdown has made crores of people of the country poor, on
the other hand it has given the billionaires a golden opportunity to earn indiscriminately.
Taking advantage of this opportunity, the earning of billionaires is increasing
indiscriminately. Perhaps this opportunity would have been taken advantage of
because during the crisis, RSS chief Mohan Bhagwat told you an opportunity. Not
only billionaires, but the Modi government is also taking advantage of this
opportunity.
According to
reports, RIL, led by veteran industrialist Mukesh Ambani, has topped the list
of Fortune 500 Indian companies. Fortune India said on Wednesday that Indian
Oil Corporation, India's largest oil company, finished second. It is followed
by ONGC. It is such a great thing that in this list, SBI is the fourth largest
bank in the country. While BPCL, the second largest retail fuel company, stood
at fifth position.
The list has
been published by Fortune India, which is part of Kolkata-based RP Sanjeev
Goenka Group. Tata Motors is sixth in the list and Rajesh Export related to
gold processing is at the seventh position. With this, the country's largest IT
services company Tata Consultancy Services has been ranked eighth and ICICI
Bank ninth and Larsen & Toubro 10th. RIL was among the top 100 companies in
the world in the global rankings released in August. In the global list, IOC
dropped 34 places to 151st from last year, while ONGC was down 30 places to
190th. @ Nayak 1
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