मुझसे बोल रहा था कि बायकाट करने के लिये फ़िल्म देखना जरूरी है।

0
मेरी एक भक्त से पहेचान है ।

उसकी कल छुट्टी है । भाभी जी और बच्चे फ़िल्म दिखाने का दवाब 
डाल रहें है। 

मुझसे बोल रहा था कि बायकाट करने के लिये फ़िल्म देखना जरूरी है।

भक्त मित्र अपने "गिरोह" में बॉयकॉट को लेकर मशहूर है । 

दुसरो को फ़िल्म ना देखने के लिये उकसा रहा है ।

कल जायेगा वो अपनी स्विफ्ट में फैमिली के साथ शाम को फ़िल्म देखने और लौटते समय kareem's पर डिनर भी करेगा । करीम का मटन अच्छा होता है । किसी को पता भी नहीं लगेगा । 

और आपके बच्चे धीरेंद्र शास्त्री वाला चिमटा बजायेंगे घर पर ।

जय मूलनिवासी 

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
To Top