https://youtu.be/y1O74QwUgCs
कल रात जब हम एक ढाबा पर खाने रुके तो रोड पर जोर से किसी चीज को टकराने की आवाज सुनाई दी.
जब दूर से देखा अंधेरे में कुछ दिखा नही एक लड़के की आवाज सुनाई दी साला भाग गया..!
क्या हुआ भाई हम सब साथी बोले गाय को टकराने के बाद भाग गया.
हम 10 मिनिट देखते रहे वो लड़का बोला मर गई लगता है
मैने कहा नही देखो तो जरा पास जाके.
ढाबा वाला आदमी पास गया और बोला पूरी रात में तो इसका सारा अंदर का बाहर हो जाएगा. अरे देखो तो जरा में बोली रात भर बछड़ा यहां पड़ा रहेगा तो आप जो बोल रहे हो वैसे ही होगा.हम सब मिलके उसको खींचकर रोड के पार लाते है.अरे देखो भाई वो हिल रही है ..अरे हा.
हा .
हा नही उसपर पानी डालो.
वो लड़का ड्रम में से पानी बोतल में भरकर भागा और बछड़े पर डाला.पानी डालते ही वो बछड़ा होस में आया.वो लड़का बछड़े को मुंह खुलवा रहा था. ओर मुंह में पानी जाते ही उसमे जागरूक हुई
हम रोड पर थे साधन आ रहे थे में उन सबको सावधानी से काम करवा रही थी.वो लड़का जोर जोर से उसे थपकाया और वो बछड़ा खड़ा हो गया.मैने कहा देखो गाड़ी आ रही है. उन दोनो गाय के बछड़ी और बैल को रोड पार करवाया.
सरकार को संज्ञान लेना चाहिए के गाय के मालिक गाय को दोकर छोड़ देते है कई बार इंसानों की भी मौत होती है और जानवर भी मर जाते है.रोड पर आने वाली भटकते जानवरो पकड़ कर जानवरो के घरों में रखा जाए और जो मालिक हो उन्हे दंड का प्रावधान होना चाहिए.
जय मूलनिवासी