भारत का उभरता हुआ मिलेट उत्पादन और निर्यात करने वाला राज्य बनेगा मध्य प्रदेश

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भारत के मिलेट निर्यात में महत्वपूर्ण योगदान के लिए तैयार मध्य प्रदेश
जिस तरह मध्य प्रदेश अपने मिलेट उत्पादन क्षेत्र का विस्तार कर रहा है, उससे यह स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार की नीतियों और स्थानीय लोगों की प्रतिबद्धता के बीच बेहतर तालमेल स्थापित कर आने वाले भविष्य में भारत का उभरता हुआ मिलेट उत्पादन और निर्यात  करने वाला राज्य बनेगा।

मि "लेट उत्पादन की अपार संभावनाओं और निर्यात के अवसरों का लाभ उठाने के लिए एक व्यापक मिलेट-मूल्य श्रृंखला विकास परियोजना मध्य प्रदेश के मंडला में शुरू होने जा रही है। कृषि एवं व्यापार के क्षेत्र में मोटे अनाजों के महत्व को समझते हुए और इसे 'इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट' के परिप्रेक्ष्य में इसे सर्वोच्च महत्व दिया है। कोदो और कुटकी जैसे मोटे अनाजों के उत्पादन के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध इस क्षेत्र के विशेष उत्पाद 'कोदो कुटकी' को प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम (पीएमएफएमई) योजना के अंतर्गत एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) के रूप में भी नामांकित किया गया है।

हितधारकों को प्रोत्साहन

मिलेट मूल्य श्रृंखला परियोजना हितधारकों को भी साथ जोड़ने का कार्य करती है। प्रमुख हितधारक जैसे मध्य प्रदेश सरकार, केंद्रीय प्राधिकरण, नाबार्ड, 'एक जिला एक उत्पाद- किसान उत्पादक संगठन,' जिला प्रशासन, विश्वविद्यालय, केंद्रीय कृषि इंजीनियरिंग संस्थान और निजी कंपनियां आदि एक साथ एक लक्ष्य के लिए कार्य करते हैं।

बेहतर सोच और क्रियान्वयन

परियोजना के केंद्र में मिलेट उत्पादन के पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक बेहतर और सुचारू बनाने का उद्देश्य रेखांकति होता है। इनमें खेती के उन्नत तरीके, गुणवत्ता वाले बीज, मशीनीकरण, प्रसंस्करण इकाइयां, विपणन सहायता और उत्पादन और मूल्य संवर्धन के लिए प्रशिक्षण जैसी चीजें शामिल हैं।

बेहतर उपज

मध्य प्रदेश बाजरा उपज (2533 किग्रा / हेक्टेयर) में अग्रणी होने के साथ, ज्वार उत्पादन (1941 किग्रा/हेक्टेयर) में दूसरे स्थान पर है और प्रदेश में छोटे बाजरे का रकबा भी 82 हजार से बढ़ाकर 1.5 लाख हेक्टेयर तक कर दिया गया है।
स्वास्थ्य के लिए मिलेट्स की खेती को पुनर्जीवित करना ये सभी प्रयास स्वास्थ्य के लिए लाभदायी गुणों से भरपूर 'मोटा अनाज' (ज्वार, बाजरा, कोदो-कुटकी) की खेती को पुनर्जीवित करने पर केंद्रित हैं।र

केंद्रीय योजनाएं और स्थानीय मिलेट ड्राइव

मध्य प्रदेश में प्रचुर मात्रा में उपजाऊ मिट्टी होने से ज्वार, बाजरा, कोदो, कुटकी की खेती को लाभ और प्रोत्साहन मिलने के सभी अवसर निर्मित होते. हैं। मध्य प्रदेश स्टेट मिलेट मिशन-2020और कोदो-कुटकी खेती सहायता योजना जैसी पहल भी किसानों को वित्तीय सहायता और अन्य सुविधायें प्रदान करती है।
जय मूलनिवासी 

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