भारत की जीडीपी दो साल के निचले स्तर पर आ गई,केंद्र सरकार को बड़ा झटका
November 30, 2024
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भारत की जीडीपी दो साल के निचले स्तर पर आ गई,केंद्र सरकार को बड़ा झटका
नई दिल्ली/@नायक1
आज चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि के आंकड़े जारी हो गए हैं। वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में देश की जीडीपी 5.4 फीसदी दर्ज की गई है. जो कि पिछले दो साल में सबसे कम है. पिछले साल इसी अवधि में जीडीपी 8.1 फीसदी थी.जाब कि इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में विकास दर 6.7 फीसदी रही.अब यह घटकर 5.4 फीसदी पर आ गया है. विशेषज्ञों ने कहा है कि विनिर्माण क्षेत्र के खराब प्रदर्शन के साथ-साथ देश के महत्वपूर्ण हिस्सों में कमजोर मांग और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण इस साल जीडीपी वृद्धि धीमी हो गई है।
अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, बढ़ती खाद्य मुद्रास्फीति, ऊंची उधारी लागत और स्थिर वेतन वृद्धि जीडीपी में गिरावट का कारण हैं। इन कारणों से शहर के लोगों ने खर्च कम कर दिया. अक्टूबर में खुदरा खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 10.87 फीसदी हो गई. इसके चलते लोगों ने अपने खर्चे कम कर दिए थे. सकल घरेलू उत्पाद में शहरी क्षेत्रों का योगदान 60 प्रतिशत है। उन्होंने ही मुंह मोड़ लिया है और जीडीपी पर बड़ा असर डाला है.
शुक्रवार को सकारा ने आर्थिक विकास से जुड़े आंकड़ों की घोषणा की. जीडीपी को देश के नागरिकों द्वारा खर्च में कटौती और कुछ प्रमुख क्षेत्रों में खराब प्रदर्शन के परिणाम के रूप में देखा जाता है। विशेषज्ञों ने इसकी भविष्यवाणी पहले ही कर दी थी. जीडीपी की पिछली न्यूनतम दर 4.3 थी जो 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में दर्ज की गई थी।
दूसरी तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र में 2.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई। जबकि खनन और उत्खनन क्षेत्र में शून्य से 0.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। अप्रैल-सितंबर की छह महीने की अवधि के दौरान जीडीपी 6.2 फीसदी रही है. दूसरी तिमाही में 5.6 फीसदी दर्ज की गई. पिछले साल की समान तिमाही में यह 7.7 था. दूसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र में 3.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। पिछली चार तिमाहियों में कृषि क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा नहीं था लेकिन इस बार बड़ी राहत मिली है.
रॉयटर्स पोल में दूसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 6.5 रहने का अनुमान लगाया गया था। आरबीआई ने अनुमान लगाया था कि जीडीपी 7 फीसदी रहेगी. मोदी सरकार का लक्ष्य अगले तीन साल में पांच ट्रिलियन डॉलर और 2030 तक सात ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने का है, लेकिन दूसरी तिमाही के निराशाजनक आंकड़ों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है।मोदी सरकार ओर मीडिया ने इस पर चुप्पी है.
सौजन्य गूगल अनुवाद
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India's GDP falls to two-year low, a major blow to the central government
New Delhi/@Nayak1
India's economic growth data for the second quarter of the current financial year has been released today. In the second quarter of the financial year, the GDP of the country has been recorded at 5.4 percent. Which is lowest in last two years. In the same period last year, the GDP was 8.1 percent. In the April-June quarter of this financial year, the growth rate was 6.7 percent. Now it has come down to 5.4 percent. Experts said GDP growth has slowed down this year due to weak demand and adverse weather conditions in key parts of the country along with poor performance of the manufacturing sector.
According to economists, rising food inflation, high borrowing costs and stagnant wage growth are the reasons behind the decline in GDP. Due to these reasons, the people of the city reduced the expenses. Retail food inflation rose to 10.87 percent in October. Due to this, people reduced their expenses. The contribution of urban areas to the GDP is 60 percent. He has turned this face and has made a big impact on GDP.
On Friday, Sakara announced data related to economic development. GDP is seen by the country's citizens as a result of spending cuts and poor performance in some key sectors. Experts had predicted this earlier. The previous lowest rate of GDP was 4.3 which was recorded in the October-December quarter of 2022-23.
The manufacturing sector grew by 2.2 percent in the second quarter. While the mining and quarrying sector recorded an increase of zero to 0.1 percent. During the six-month period of April-September, the GDP stood at 6.2 percent. 5.6 percent was recorded in the second quarter. It was 7.7 in the same quarter last year. In the second quarter, the agriculture sector registered a growth of 3.5 percent. The agriculture sector has not performed well in the last four quarters, but this time there has been a lot of relief.
A Reuters poll had forecast economic growth at 6.5 in the second quarter. RBI had estimated that the GDP would be 7 percent. The target of the Modi government is to become a five trillion dollar economy in the next three years and a seven trillion dollar economy by 2030, but the dismal figures of the second quarter have raised the concern of the government. The Modi government and the media are silent on this.
Courtesy Google Translate
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