सिक्कों और नोटों का डिज़ाइन सुधार: आम जनता के लिए सुझाव
भारत में सिक्कों और नोटों का डिज़ाइन और आकार समय-समय पर बदला जाता रहा है। लेकिन वर्तमान में सिक्कों के आकार और नोटों के डिज़ाइन में कुछ बदलाव आवश्यक हो गए हैं। इससे न केवल आम जनता को सुविधा होगी, बल्कि मुद्रा प्रबंधन भी आसान बनेगा।
असमान आकार के सिक्के: भ्रम दूर करने की ज़रूरत
वर्तमान में, एक और दो रुपये के सिक्कों में तीन-तीन अलग-अलग आकार उपलब्ध हैं, जिससे जनता में भ्रम की स्थिति बनती है। उदाहरण के लिए:
- 1 रुपये के सिक्के: 20 मिमी, 22 मिमी, और 25 मिमी व्यास।
- 2 रुपये के सिक्के: 23 मिमी, 25 मिमी, और 27 मिमी व्यास।
इस समस्या को हल करने के लिए सरकार को एक मूल्यवर्ग के सिक्कों का एक ही आकार और वजन तय करना चाहिए।
मूल्यवर्ग के अनुसार सिक्कों का वजन
सिक्कों का वजन तर्कसंगत बनाया जा सकता है, जैसे:
- 1 रुपये: 3 ग्राम
- 2 रुपये: 4 ग्राम
- 5 रुपये: 6 ग्राम
- 10 रुपये: 8 ग्राम
- 20 रुपये: 10 ग्राम
20 रुपये के नोट छापना बंद करें
चूंकि 20 रुपये के सिक्के पहले ही प्रचलन में हैं, सरकार को 20 रुपये के नोट छापना बंद कर देना चाहिए। इससे 50, 100, 200 और 500 रुपये के छोटे और टिकाऊ नोटों की छपाई आसान होगी।
प्लास्टिक मुद्रा: एक स्थायी समाधान
कई देशों में प्लास्टिक नोट सफल साबित हुए हैं। भारत में प्रायोगिक आधार पर 50 रुपये के प्लास्टिक नोट जारी किए जा सकते हैं। यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो अन्य मूल्यवर्ग के नोट भी प्लास्टिक में जारी किए जा सकते हैं।
चांदी मिश्र धातु के सिक्के
चांदी मिश्र धातु के स्मारक सिक्के जनता को अंकित मूल्य पर उपलब्ध कराए जाने चाहिए। उदाहरण के लिए:
- 1, 5, 10, और 20 रुपये के स्मारक सिक्के।
- सोने के सिक्के: 5000 और 10000 रुपये के, सीरियल नंबर के साथ।
नए करेंसी नोटों पर नायक की तस्वीरें
मद्रास उच्च न्यायालय ने सुझाव दिया है कि करेंसी नोटों पर नेताजी सुभाषचंद्र बोस जैसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तस्वीरें होनी चाहिए। यह ध्यान रखना चाहिए कि ये तस्वीरें आजादी से पहले के नायकों की हों, ताकि राजनीतिक विवाद न हों।
निष्कर्ष
भारत में मुद्रा सुधार आम जनता की सुविधा और अर्थव्यवस्था की स्थिरता के लिए आवश्यक हैं। सिक्कों और नोटों के आकार और डिज़ाइन में सुधार से न केवल जनता को राहत मिलेगी, बल्कि मुद्रा प्रबंधन भी बेहतर होगा।