फूलन देवी
उठी हुई आँख का प्रतीक है.
आज महान
वीरांगना फूलन देवी जी का जन्मदिन है, मूल निवासी समाज के सभी को लक्ख लक्ख
बधाई!!!
गूगल से ली गई छायाचित्र मेरे लिए
वह क्रांतिज्योति माँ सावित्री बाई फुले की परम्परा है. दौर के हस्बे हिसाब हथियार
भी उठाना पड़ता है. मान्यवर साहब कांशीराम जी ने चेताया था, बैलेट... लेकिन बुलेट की भी तैयारी के
बारे में.
स्कूल-कालेज
जाने की उम्र में घटिया समाज ने फूलन देवी के हाथों में बन्दूक थमा दी. इस घटिया
समाज के हाथ-सर काटना ज़रूरी है. बेहमई में यूरेशियन सोच और डीएनए को पहली बार उनके
ही तरीके से जवाब मिला तो बौखलाए फिरते रहे. अभी तलक उबरे नहीं हैं, ज़हर उगलते रहते हैं. जाति का अभिमान
बहुजनों के लिए संताप है. इसे तोडना ज़रूरी है, उसके लिए कुछ भी करना पड़े. एक दम
चलेगा. बस अपनी नज़र में गिरे नहीं.
फूलन देवी
उठी हुई आँख का प्रतीक है.
मेनस्ट्रीम
मनुस्ट्रीम है. आला दर्जे के कलमनफीस और पत्रकार खुशवंत सिंह इसलिए परेशां थे कि
लोगों ने सफाचट यानी साफ़ सुधरे किरदार वाले मनमोहन सिंह को हरा के फूलन को जीता
दिया है. इस सदमे से वह व्हिस्की के पेग मार के उबरे. उन्होंने 'एब्सोल्यूट खुशवंत' में अपने दुखड़े रोये हैं.
जिन्हें
रोना है उन्हें रोने दीजिये. आप अपनी बहुजन नायिका फूलन देवी के जन्मदिन की लक्ख
लक्ख बधाई कुबूल फरमाएं.
Phoolan Devi is a symbol of a raised eye.
Today is the birthday of the great Veerangana Phoolan Devi ji, Lucky
Lucky greetings to all of the natives society !!!
Photograph taken from Google
For
me, that is the tradition of Krantijyoti Maa Savitri Bai Phule. Weapons also
have to be taken according to rounds. Honorable Sahib Kanshi Ram ji had warned,
Ballet ... but also about the preparation of the bullet.
At the
age of going to school, the poor society put a gun in Phoolan Devi's hands. It
is necessary to cut off the hands of this poor society. In Behmai, Eurasian
thinking and DNA for the first time got the answer in their own way, and the
people kept wandering. The talc is not boiling yet, poisons continue to spew.
The pride of caste is an affliction for the Bahujans. It is necessary to break
it, anything has to be done for it. Will run Just don't fall for your eyes.
Phoolan Devi is a symbol of a raised eye
Mainstream
is Manustream. Top class Kalmanafis And therefore journalist Khushwant
Singh Anxious Were that people Whitewash That is, Manmohan Singh with a clean
character has won the beat of Phoolan. In this shock, he broke into a whiskey
peg. He has cried his sorrows in 'Absolute Khushwant'.
Let
those who want to cry cry. Wish you a happy birthday of your Bahujan heroine
Phoolan Devi.
Thank you
for google