ईवीएम मेहरबान तो...
2024 और 2029 के आम चुनाव में डंके की चोट पर जीतेगी
भाजपा : सुब्रमण्यम स्वामी का दावा
चुनाव से पहले जब-जब भाजपा नेताओं ने बीजेपी के जीत जाने की भविष्यवाणी की है तब-तब बीजेपी सबसे ज्यादा सीटों पर जीत हासिल की है. यह कोई संयोग की बात नहीं है, बल्कि यह ईवीएम की मेहरबानी है. ईवीएम की मेहरबानी से ही भाजपा 2014 से लेकर 2019 तक सरकार बनाने में कामयाब हुई है. एक और खास बात है कि बीजेपी की सरकार बनाने में चुनाव आयोग सबसे ज्यादा अहम भूमिका है. यही नहीं इसमें प्रशासन भी भरपूर साथ सहयोग किया है. इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात यह भी है कि बीजेपी की सरकार बनाने में केवल चुनाव आयोग ही नहीं सयोग किया है, बल्कि विपक्षी पार्टी होने का दिखावा करने वाली कांग्रेस भी भरपूर साथ सहयोग किया है. चूंकि, बीजेपी, कांग्रेस और चुनाव आयोग भली भांति जानते हैं कि ईवीएम में घोटाला करके आसानी से सत्ता पर कब्जा किया जा सकता है. इसलिए 2004-2009 में जब कांग्रेस ने ईवीएम में घोटाला किया और सरकार बनाई. उसके बाद बीजेपी बाद 2014-2019 से बीजेपी का कब्जा है. अब एक बार फिर से बीजेपी के जीत की भविष्यवाणी की जा रही है और यह भविष्यवाणी कोई और नहीं, बल्कि ईवीएम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस दायर करने वाले बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने की है.
गौरतलब है
कि भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने ट्वीट करते हुए दावा किया है कि 2024 और 2029 के आम चुनाव में भी भाजपा ही सत्ता पर
काबिज होगी. इसमें कोई दो राय नहीं है. हालांकि उन्होंने सरकार को कुछ खास बदलाव
करने की भी सलाह दी है. स्वामी ने ट्वीट में लिखा कि भाजपा 2024 और 2029 लोकसभा के आम चुनाव में भी सत्ता में
आएगी, लेकिन उसे
इस जनादेश का इस्तेमाल ब्रिटिश राजशाही द्वारा गढ़े गए भारतीय इतिहास को सही करने
और आने वाली पीढ़ियों में राष्ट्रवाद और हिन्दुस्तान पर गर्व की भावना जगाने में
इस्तेमाल करना होगा.
बता दे कि
भाजपा संसाद सुब्रमण्यम स्वामी ने जो दावा किया है इसमें कोई नई बात नहीं है. इसके
पहले भी बीजेपी के ही कई और नेताओं ने भविष्यवाणी चुनाव से पहले की थी जो सही
साबित हुआ था. क्योंकि, जब तक देश
में ईवीएम से चुनाव होगा तब तक भारत में मुक्त, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव नहीं हो
सकता है. यह बात सुब्रमण्यम स्वामी भी बहुत अच्छी तरह से जानते हैं. स्वामी के
कथनानुसार यदि भाजपा को सत्ता में बने रहना है तो उसे भारतीय इतिहास को बदलना होगा
और लोगों में राष्ट्रवाद की भावना जगाना होगी. असल में राष्ट्रवाद की भावना एक
अफीम की तरह होती है जो आम जनता को उसकी प्रतिदिन की मूलभूत समस्याओं से ध्यान
भटकाने का काम करती है.
मालूम हो
कि भारतीय इतिहास भारत के मूलनिवासियों और यूरेशियन ब्राह्मणों के बीच संघर्ष का
इतिहास है, जिसे
वर्तमान भाजपा सरकार बदलकर हिन्दू-मुसलमान के बीच के संघर्ष का इतिहास बनाने की
प्रयास कर रही है. इसके पीछे ब्राह्मणों का असली मकसद यह है की इस संघर्ष में दोनों
तरफ से मूलनिवासियों का सत्यानाश होता रहे और यूरेशियन ब्राह्मण इस देश की सत्ता
पर सदैव काबिज होते रहें. यही कारण है कि जब-जब बीजेपी की सरकार बनी है तब-तब धर्म
के नाम पर हिन्दू-मुसलमान के बीच दंगे हुए हैं. यानी आम जनता की मूलभूत समस्याओं
का समाधान करने की बजाए सरकार उनकी अनेक समस्याओं का निर्माण कर रही है.
यह भी बता
दें कि अभी हाल ही में दिग्विजय सिंह ने भी ट्वीकर कर कहा था कि यदि इसी तरह से
ईवीएम से चुनाव होता रहा तो 2024 का चुनाव भारतीय लोकतंत्र का आखिरी चुनाव होगा. जबकि बहुजन क्रांति मोर्च
के राष्टीय संयोजक वामन मेश्राम साहब ईवीएम के विरोध में कश्मीर से कन्याकुमारी तक
राष्ट्रव्यापी रैली भी निकाल चुके है. यही नहीं उन्होंने ईवीएम के विरोध में
सुप्रीम कोर्ट में केस भी दायर कर चुके हैं, जिसका निर्णय 24 अप्रैल 2017 को आया था. सुप्रीम कोर्ट ने अपने
निर्णय में केंद्र की मोदी सरकार को फटकार लगाते हुए तुरंत प्रभाव से वीवीपीएटी
मशीन खरीदने के लिए 3567 करोड़
रूपये आवंटित करने का आदेश दिया था. इके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को
ईवीएम में वीवीपीएटी मशीन लगाने का आदेश दिया था. @Nayak1
EVM
kindly ...
BJP will
win in 2024 and 2029 general elections due to Dunke's injury: Subramanian Swamy
claims
Photograph taken from Google
Before the election, whenever the BJP leaders predicted that the BJP would win, then the BJP won the most seats. This is not a coincidence, but it is a favor to EVMs. The BJP has succeeded in forming the government from 2014 to 2019 only due to the kindness of EVMs. Another special thing is that the Election Commission is the most important role in forming the BJP government. Not only this, the administration has also fully cooperated with it. Even more shocking is that not only has the Election Commission been used to form the BJP government, but the Congress, which pretends to be the opposition party, has also fully cooperated. Since, BJP, Congress and Election Commission are well aware that scam in EVMs can easily capture power. So in 2004-2009 when Congress scam EVMs and formed the government. After that, BJP is in possession of BJP from 2014-2019. Now once again the BJP's victory is being predicted and no one else but BJP MP Subramanian Swamy has filed a case in the Supreme Court against EVMs.
Significantly, BJP MP Subramanian Swamy has tweeted,
claiming that in the general elections of 2024 and 2029, the BJP will hold
power. There are no two opinions in this. However, he has also advised the
government to make some special changes. Swamy wrote in a tweet that the BJP
will also come to power in the general elections of 2024 and 2029 Lok Sabha,
but it should use this mandate to correct the Indian history created by the
British monarchy and instill a sense of pride in nationalism and Hindustan in
the coming generations. Have to use.
Let me tell you that there is nothing new in the claim made
by BJP Sansad Subramanian Swamy. Even before this, many other BJP leaders had
predicted before the election which was proved correct. Because, as long as
there is election from EVM in the country, there cannot be free, fair and
transparent election in India. Subramanian Swamy also knows this thing very
well. According to Swamy's statement, if the BJP has to remain in power, it
will have to change Indian history and inculcate the spirit of nationalism
among the people. Actually, the spirit of nationalism is like an opium which
serves to divert the attention of the common people from its basic problems.
It is known that Indian history is a history of struggle
between the indigenous people of India and the Eurasian Brahmins, which the
present BJP government is trying to change by making history of the struggle
between the Hindus and Muslims. The real motive of the Brahmins behind this is
that in this struggle, the indigenous people from both sides should be
annihilated and Eurasian Brahmins should always occupy the power of this
country. This is the reason that whenever the BJP government is formed, there
are riots between Hindus and Muslims in the name of religion. That is, instead
of addressing the basic problems of the general public, the government is
creating many of their problems.
Also let us know that recently Digvijay Singh had also
tweaked and said that if the election from EVM continues in this way, then the
election of 2024 will be the last election of Indian democracy. While Bahujan
Kranti Morcha national convenor Vaman Meshram Saheb has also organized a
nationwide rally from Kashmir to Kanyakumari in protest against EVM. Not only
this, he has also filed a case in the Supreme Court against the EVM, whose
decision came on 24 April 2017. The Supreme Court, in its judgment, reprimanded
the Modi government of the Center and ordered to allocate Rs 3567 crore to
purchase the VVPAT machine with immediate effect. Simultaneously, the Supreme
Court had ordered the Election Commission to install VVPAT machines in EVMs. @
Nayak1
Thank you Google