फ्री में वैक्सीन ना
ना रे बाबा ना बाबा...!
सर्वे के अनुसार, लगभग 61 फीसदी भारतीयों ने कहा कि वे कोविड-19 वैक्सीन को लेकर सावधान और चौकन्ने हैं और जैसा बताया जा रहा है कि अगर वर्ष 2021 में यह उपलब्ध करा भी दी जाती है तो वे
इसे लेने के लिए जल्दबाजी नहीं करेंगे. 22 अक्तूबर को जारी किए गए एक सर्वेक्षण
रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है. पिछले महीने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
हर्षवर्धन ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन 2021 की शुरुआत तक भारत में उपलब्ध कराई
जाएगी. यहीं नहीं बिहार में फ्री वैक्सीन देने की बात भी कही जा रही है.
खबर के अनुसार, लोकल सर्कल्स नाम की संस्था द्वारा
कराए गए एक सर्वेक्षण में कई चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है. लोकल सर्कल्स ने
लोगों की राय मांगी कि यदि कोविड-19
वैक्सीन इसे उपलब्ध कराया गया तो वे
कैसा महसूस करेंगे।. उसने कोविड-19 खतरों के
संबंध में लोगों के मौजूदा व्यवहार के बारे में जानने की कोशिश की और भी कि वे कब
तक इस महामारी को सहना करना जारी रखेंगे. इस सर्वेक्षण में भारत के 225 जिलों से 25,000 से ज्यादा लोगों की प्रतिक्रियाएं
हासिल हुईं.
गौरतलब है कि कोविड-19 रोग की जटिलता के कराण एक सुरक्षित और
प्रभावी वैक्सीन विकसित करने के लिए वैज्ञानिकों के सामने बहुत कठिन चुनौती है.
लेकिन जब मार्च-अप्रैल 2021 में एक
वैक्सीन उपलब्ध हो जाती है, तो यह महत्वपूर्ण
है कि लोगों का इसमें एक निश्चित स्तर का विश्वास हो. लोकल सर्कल्स के सर्वेक्षण
में पाया गया है कि अधिकांश नागरिक कोविड-19 टीकों के बारे में उलझन में हैं जो 2021 की शुरुआत में उपलब्ध हो सकता है.
लोगों से पूछा गया कि यदि अगले वर्ष के
शुरुआती हिस्से में कोविड-19 वैक्सीन
उपलब्ध हो गई, तो क्या
आप इसे लगवाना चाहेंगे ताकि आप कोविड-19 से पहले वाली जीवन शैली में वापस लौट
सकें? इस सवाल
का जवाब देने वाले 8,312 लोगों में
से 61 फीसदी ने
कहा कि वे उलझन में हैं और भले ही यह उपलब्ध हो वे 2021 में इसे लेने के लिए जल्दबाजी नहीं
करेंगे. सिर्फ 12 फीसदी
उत्तरदाताओं ने कहा कि वे टीकाकरण करवाएंगे और कोरोना वायरस से पहले वाली अपनी
जीवन शैली में वापस जाएंगे. 25 फीसदी ने
कहा कि वे टीकाकरण करवाएंगे, लेकिन फिर
भी पूर्व-कोविड जीवन शैली में वापस नहीं जाएंगे वहीं 10 फीसदी ने कहा कि वे 2021 में इसे लेंगे ही नहीं.
गूगल से ली गई छायाचित्र
बता दें कि देश में कोरोना वायरस
महामारी के दैनिक मामलों में गिरावट देखने को मिली है. शुक्रवार को सामने आए 54 हजार से अधिक मामलों के मुकाबले शनिवार
को 53 हजार से
अधिक दैनिक संक्रमण के मामले रिपोर्ट किए गए. वहीं, देश में कोविड-19 से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 70 लाख के पार पहुंच गई है. स्वास्थ्य
मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के
मुताबिक, पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 53,370 नए मामले रिपोर्ट किए गए हैं. वहीं, इस दौरान 650 लोगों की मौत हुई है. देश में कोरोना
वायरस के कुल संक्रमितों की संख्या 78,14,682 हो गई है.@Nayak 1
Vaccine na na re baba na baba for free…!
Photograph taken from Google
Even corona virus vaccine will come by 2021, even if 61% of Indians will not get vaccine: Survey
Photograph taken from Google
Photograph taken from Google
Keeping the Bihar elections on one side, while the Modi government at
the center is claiming to give the corona virus vaccine for free to fool the
people of Bihar, on the other hand 61% of the people of the country are clear
of getting corona virus vaccine. She is refusing This fact has been revealed in
a survey. This disclosure came at a time when the BJP is promising free vaccine
during the Bihar assembly elections.
According to the survey, about 61 per cent of Indians said that they are
careful and circumspect about the Kovid-19 vaccine and as it is being told that
if it is provided in the year 2021, then they will not hurry to get it. This
information has been revealed in a survey report released on 22 October. Last
month, Union Health Minister Harsh Vardhan said that the Kovid-19 vaccine will
be made available in India by early 2021. Not only this, there is also talk of
giving free vaccine in Bihar.
According to the news, a survey conducted by an organization called
Local Circles has revealed many shocking information. Local Circles sought
public opinion that if Kovid-19
How would they feel if the vaccine was made available. He tried to know
about the current behavior of people in relation to Kovid-19 threats and also
how long they will continue to bear the epidemic. The survey garnered more than
25,000 responses from 225 districts in India.
Significantly, due to the complexity of Kovid-19 disease, it is a very
difficult challenge for scientists to develop a safe and effective vaccine. But
when a vaccine becomes available in March-April 2021, it is important that
people have a certain level of confidence in it. A survey of local circles has
found that most citizens are skeptical about the Kovid-19 vaccines that may be
available in early 2021.
People were asked that if the Kovid-19 vaccine became available in the
early part of the next year, would you like to have it introduced so that you
can return to the lifestyle before the Kovid-19? Out of 8,312 people who
answered this question, 61 per cent said that they are confused and even if it
is available they will not hurry to get it in 2021. Only 12 percent of the
respondents said that they would get vaccinated and go back to their lifestyle
before the corona virus. 25 percent said they would get vaccinated, but still
would not go back to the pre-Kovid lifestyle while 10 percent said they would
not take it in 2021.
Photograph taken from Google
Let us know that there has been a decline in the daily cases of corona
virus epidemic in the country. More than 53 thousand cases of daily infection
were reported on Saturday, compared to more than 54 thousand cases reported on
Friday. At the same time, the number of patients recovering from Kovid-19 in
the country has reached beyond 70 lakhs. Data released by the Ministry of
Health
According to this, 53,370 new cases of corona virus have been reported
in the last 24 hours. At the same time, 650 people died during this period. The
total number of corona virus infections in the country has increased to
78,14,682. @ Nayak 1
Thank you google