बिहार विधानसभा में ब्राह्मणों का दबदबा
17वीं बिहार विधानसभा में 64
सवर्णों ने किया
कब्जा
17वीं बिहार विधानसभा में पहुंचने वाले चेहरे घोषित हो चुके हैं. लगभगत सभी राजनीतिक पार्टियां बिहार के विधानसभा में ब्राह्मणों का कब्जा करना में कोई कसर नहीं छोडी. किसी न किसी बहाने से पार्टियां ब्राह्मणों को टिकट देकर विधानसभा में पहुंचाने के लिए जमकर मेहनत किया और उन्हें विधानसभा में पहुंचाकर ही दम लिया.
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में इस
बार भी ब्राह्मण एवं तत्सम जातियों का ही कब्जा रहा है. आंकड़ों के मुताबिक, सदन में 64 सवणों और 20 वैश्यों की संख्या हैं. जबकि देशभर में
ब्राह्मणों की संख्या महज 3.5 प्रतिशत
लेकिन सदन में उन्हीं का कब्जा है. वहीं देश की सबसे बड़ी आबादी पिछड़े वर्ग (ओबीसी)
की है, लेकिन
उनकी सदन में संख्या केवल 54 है. इसमें
केवल यादव हैं. इसके साथ ही मुस्लिम 20, एससी की संख्या 36 है.
हैरानी की बात देखिए कि इन आंकड़ों को
गोदी मीडिया सामाजिक न्याय बता रहा है. गोदी मीडिया के अनुसार, राज्य की इस उच्च पंचायत का सामाजिक
चेहरा देखें तो उसमें सामाजिक न्याय की झलक दिखती है. विभिन्न जाति-वर्ग का
प्रतिनिधित्व तो सदन में दिखेगा ही, मगर वर्चस्व पिछड़ों और अति पिछड़ों का
रहेगा. इसे यदि किसी एक जाति पर केंद्रित करें तो विधानसभा पहुंचने वाले सर्वाधिक 54 चेहरे यादव जाति के हैं, जबकि अन्य पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों
से सदन में आने वालों की संख्या 46 है.
जाति और राजनीति का चोली-दामन का साथ
रहा है. खास तौर से बिहार में तो सामाजिक आधार का रोल और खास हो जाता है. सामाजिक
आधार पर अगली विधानसभा में 40 प्रतिशत
से अधिक संख्या में पिछड़ी और अति पिछड़ी जातियों के सदस्य रहेंगे. यादवों की बात
करें तो एनडीए से 14 और महागठबंधन से 41 यादव जीते हैं. जबकि पिछले चुनाव की
तुलना में यह संख्या सात कम है.
अब जरा सवर्ण जाति के प्रतिनिधियों की
बात करते हैं. आंकड़ों के मुताबिक सवर्ण जाति के प्रतिनिधियों की संख्या 64 होगी. इनमें एनडीए के 45, महागठबंधन के 17 और लोजपा व निर्दलीय एक-एक हैं. यही
नहीं इसमें राजपूतों की संख्या 21 भूमिहारों
की संख्या 13 और
वैश्यों की संख्या 20 है. इसके
साथ ही मुस्लिम सदस्यों की भी संख्या 20 है है, जिसमें 14 महागठबंधन से, पांच एआईएमआईएम और एक बसपा से जीते
हैं. हालांकि अनुसूचित जाति की संख्या 39 है. इनमें एनडीए कोटे के 22 और महागठबंधन के 17 सदस्य हैं.
विधानसभा
सदन में जातिवार स्थिति
सवर्ण 64
यादव 54
राजपूत 17
भूमिहार 13
मुस्लिम 20
वैश्य 20
कुशवाहा 17
अनुसूचित जाति 36 @Nayak 1
Brahmins
dominate Bihar assembly
64 upper castes captured in 17th Bihar assembly
Photograph
taken from Google
The
faces who reached the 17th Bihar Legislative Assembly have been
declared. All the interested political parties left no stone unturned to
capture the Brahmins in the Bihar Assembly. By some excuse, the parties worked
hard to get the Brahmins to the assembly and gave them tickets and got them
killed in the assembly.
Significantly,
this time in the Bihar Legislative Assembly, Brahmin and Tatas castes have been
occupied. According to the figures, there are 64 Savans and 20 Vaishyas in the house. While the number
of Brahmins in the country is just 3.5 percent, but they occupy the house. At the
same time, the largest population of the country is of Backward Class (OBC),
but their number in the House is only 54. There are only Yadavs in this. With
this, the number of Muslim 20, SC is 36.
Surprisingly,
the dock media is calling these figures social justice. According to the dock
media, if we see the social face of this high panchayat of the state, then
there is a glimpse of social justice in it. Representation of different
caste-classes will be seen in the House, but the domination of the backward and
the most backward will remain. If we focus on one caste, then the highest
number of 54
faces who reach the assembly are from the Yadav caste, while the number of
people coming to the house from other backward and very backward castes is 46.
Caste
and politics have been supported by the choli-daman. Especially in Bihar, the
role of social base becomes even more special. On the social basis, more than 40 percent of the members of backward and
very backward castes will be in the next assembly. Talk of yadavs
If
Yadav wins 14 from NDA and 41 from Grand Alliance. While this number
is seven less than the previous election.
Now,
let's talk about the representatives of the upper caste. According to
statistics, the number of representatives of the upper caste will be 64.
There are 45 of NDA, 17 of Mahagathbandhan and one each of LJP
and Independents. Not only this, the number of Rajputs is 21, the number of Bhumihars is 13 and the number of Vaishyas is 20.
With this, the
number of Muslim members is also 20, out of which 14 have won from the Grand Alliance, five
from AIMIM and one from BSP. However, the number of scheduled castes is 39.
There are 22 members of the NDA quota and 17 members of the grand alliance.
Caste
Status in Vidhan Sabha House
Upper
64
Yadav
54
Rajput
17
Bhumihar
13
Muslim
20
Vaishya
20
Kushwaha
17
SC
36 @Nayak 1
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