आर-पार की जंग : मुक्ति के लिए संयुक्त किसान जन-आंदोलन
राष्ट्रीय किसान मोर्चा द्वारा किसान विरोधी
कानून के खिलाफ 11 जनवरी से 17 जनवरी तक देशभर में धरना प्रदर्शन
आंदोलन के बाद भी बिल वापस नहीं हुआ तो देश भर
में होगा जेल भरो आंदोलन : राम सुरेश वर्मा
किसान विरोधी कानून के विरोध में संयुक्त किसान आंदोलन को लगातार समर्थन देने वाला देश के सभी मजलूमों का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन बामसेफ की विंग राष्ट्रीय किसान मोर्चा लगातार किसानों के बीच में आंदोलनरत है. किसान आंदोलन में राष्ट्रीय किसान मोर्चा के शामिल होते ही अब यह आंदोलन और ज्यादा उग्र हो चुका है. देश के 31 राज्यों के 550 जिलों के जिला मुख्यालयों में 11 जनवरी से लेकर 17 जनवरी 2021 तक लगातार धरना प्रदर्शन करेंगे. अगर इसके बाद भी किसान विरोधी बिल को वापस नहीं किया तो देश भर में जेल भरो आंदोलन करेंगे. राष्ट्रीय किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम सुरेश वर्मा ने दिल्ली बार्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से यह ऐलान करते हुए कही.
दिल्ली बार्डर से राम सुरेश वर्मा ने राष्ट्रपति सहित गृहमंत्रालय को सूचना देते हुए ऐलान किया कि किसान विरोधी कानून के खिलाफ संयुक्त किसान मजदूर मोर्चा के माध्यम से 41 दिनों से देशव्यापी आंदोलन दिल्ली सिंधु बार्डर, शाहजहांपुर बार्डर, एवं गाजीपुर बार्डर पर आंदोलन चल रहा है. इस संयुक्त किसान आंदोलन में राष्ट्रीय किसान मोर्चा भी आंदोलनरत है. किसान आंदोलन के समर्थन में राष्ट्रीय किसान मोर्चा द्वारा देशभर के 31 राज्यों के 550 जिलों के जिला मुख्यालयों पर 11 जनवरी से 17 जनवरी 2021 तक लगातार धरना-प्रदर्शन अयोजित किया जायेगा. अगर इसके बाद भी सरकार किसान विरोधी कानून वापस नहीं लेती है तो हम देशभर में जेलभरो आंदोलन भी करेंगे.
यही नहीं वर्मा ने सरकार को चेतावनी देते हुए यह भी कहा कि इस देशव्यापी आंदोलन के दौरान अगर कोई अप्रिय घटना घटित होती है तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह,, सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, सभी जिलों के जिलाधिकारी एवं पुलिस प्रशासन जिम्मेदारी होगा.
आप को बता दें कि राष्ट्रीय किसान मोर्चा बामसेफ का एक बड़ा ऑफसूट संगठन है, जिसके राष्ट्रीय संरक्षक, बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बहुजन क्रांति मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक वामन मेश्राम हैं. वामन मेश्राम लगातार किसान आंदोलन का समर्थन कर रहे हैं. यही नहीं किसानों के भारत बंद आंदोलन में शामिल होकर न केवल बड़े पैमाने पर इस आंदोलन को देश के 31 राज्यों में पहुंचाया, बल्कि इस भारत बंद को देशव्यापी स्तर पर सफल भी बनाया. इसके बाद भी किसान आंदोलन पर लगातार सरकार को घेर रहे हैं. इतना ही नहीं, वामन मेश्राम ने बामसेफ के 37वें राष्ट्रीय अधिवेशन में किसानों के कई किसान विरोधी मुद्दों और उनके आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर का विषय बनाया. इस विषय पर देश-विदेश लोगों ने बड़े पैमाने पर चर्चा की. अब एक बार फिर से वामन मेश्राम के कुशल नेतृत्व में राष्ट्रीय किसान मोर्चा द्वारा 11 जनवरी से लेकर 17 जनवरी तक विशाल धरना प्रदर्शन होने जा रहा है. वामन मेश्राम कहना है कि मेरा एक सिद्धांत है कि देशभर में जहां मजलूमों (एससी, एसटी, ओबीसी, मायनॉरिटी, किसान, मजदूर, गरीब) आदि पर अन्याय-अत्याचार होता है मैं उनके साथ खड़ा हो जाता हूं. @Nayak 1
Cross-border war: Joint peasant mass
movement for liberation
Demonstration by the National Kisan
Morcha against the anti-farmer law from January 11 to January 17
If the bill is not returned even after
the agitation, the jail bharo movement will take place across the country: Ram
Suresh Varma
The National Kisan Morcha, the wing of Bamcef,
the largest social organization of all the Majlis in the country, has been continuously
agitating among the farmers, against the anti-farmer law. As soon as the
Rashtriya Kisan Morcha was involved in the peasant movement, this movement has
become more fierce now. There will be continuous demonstrations from 11 January
to 17 January 2021 in the district headquarters of 550 districts of 31 states
of the country. If even after this, the anti-farmer bill is not returned then
the Jail Bharo movement will take place across the country. National President
of Rashtriya Kisan Morcha, Ram Suresh Varma said this while announcing the
Kisan agitation on the Delhi border.
Ram Suresh Varma from Delhi Border informing
the Ministry of Home Affairs including the President, announced that a
nationwide movement against the anti-farmer law through the United Farmers
Labor Front has been going on at the Delhi Indus Border, Shahjahanpur Border,
and Ghazipur Border. Rashtriya Kisan Morcha is also agitating in this joint
peasant movement. In support of the farmers' movement, the National Kisan
Morcha will organize a continuous sit-in demonstration from 11 January to 17
January 2021 at the district headquarters of 550 districts of 31 states across
the country. If even after this, the government does not withdraw the
anti-farmer law, then we will also undertake the jailbreak movement across the
country.
Not only this, Varma also warned the government
that Prime Minister Narendra Modi, Home Minister Amit Shah, if any untoward
incident happens during this nationwide movement, Chief Minister of all states,
Chief Secretary, District Magistrate and Police Administration of all districts
Will be the responsibility.
Let us tell you that Rashtriya Kisan Morcha is
a big offshoot organization of BAMCEF, whose national patron, Bamcef's national
president and Bahujan Kranti Morcha's national convenor Waman Meshram. Wamana
Meshram is continuously supporting the peasant movement. Not only this, by
participating in the Bharat Bandh movement of farmers, not only did this
movement spread to 31 states of the country on a large scale, but also made
this Bharat Bandh successful on a nationwide level. Even after this, farmers
are constantly besieging the government on the movement. Not only this, Waman
Meshram made many anti-farmer issues and his movement a national topic in the
37th National Conference of BAMCEF. People and people discussed this subject in
a big way. Now once again under the able leadership of Waman Meshram, the
National Kisan Morcha is going to hold a massive protest demonstration from
January 11 to January 17. Waman Meshram says that I have a theory that where
there is injustice and atrocities on the people (SC, ST, OBC, minorities,
farmers, laborers, poor) etc. across the country, I stand with them. @Nayak
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भारत सरकार होश में आओ
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