गलती के लिए माफ किया जा सकता है, पर अपराध के लिए सज़ा होती है.
जाति व्यवस्था का निर्माण गलती नहीं अपराध है. एक ऐसा अपराध जिसने भारत को दर्जनों बार गुलाम बनाया और सैकड़ों साल पीछे धकेल दिया.
भागवतजी केवल जातियां ही नहीं बल्कि वर्ण व्यवस्था, अस्पृश्यता, महिलाओं की गुलामी, आदिवासियों का अलगीकरण, ओबीसी पर शुद्रत्व थौपने जैसे कई गलत काम ब्राह्मणों ने किए है.