भारत के महापुरुष वर्धमान महावीर जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन|

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भारत के महापुरुष वर्धमान महावीर जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन|

हमारे मूलनिवासी महापुरुष वर्धमान महावीर जी ने अपना संपुर्ण जीवन ब्राम्हणी व्यवस्था के खिलाफ संघर्ष करने में कुर्बान किया, भोगवादी ब्राम्हणधर्म के खिलाफ महावीर जी ने त्यागवादी जैन धर्म का निर्माण कर दिया था| भोगविलास में लिप्त ब्राम्हणवाद के खिलाफ यह बेहद बड़ी क्रांति थी| लोगों को भोगवादी ब्राम्हणधर्म के जाल से मुक्त करने के लिए वर्धमान महावीर जी ने खुद आपना उदाहरण पेश करते हुए जीवन का संपुर्ण त्याग किया| जैनधर्म में पुर्णतः नग्न होना संपुर्ण त्याग और बलिदान का प्रतीक है| यह सबसे बड़ी कुर्बानी है| मनुष्य जीवन और यह संपुर्ण विश्व अनित्य है और इस अनित्य संसार में उलझकर शोषणकारी व्यवस्था का भाग बनने की बजाए उसका त्याग कर उस व्यवस्था को खत्म करनेवाले क्रांतिकारी बनो, यह संदेश महावीर स्वामी और उनका जैन धर्म देता है|

लेकिन आजकल के जैन लोग महावीर जी के त्याग और बलिदान को भूल गए हैं| जिस शोषणकारी ब्राम्हणवादी व्यवस्था के खिलाफ महावीर जी ने अपने संपुर्ण जीवन का त्याग किया था, उसी ब्राम्हणवादी शोषणकारी व्यवस्था के समर्थक बनकर वर्तमान जैन लोग महावीर स्वामी और उनके प्राचीन जैन अनुयायियों का अपमान कर रहे हैं| RSS के साथ मिलकर और ब्राम्हण बनिया गठबंधन बनाकर वर्तमान जैन-बनिया लोग अपने पुरखों की महान विचारधारा तथा मार्ग को भुल गये हैं| उन्हें फिर उसी रास्ते पर लाने के लिए महावीर जी के महान क्रांतिकारी विचारधारा का प्रचार प्रसार करने के लिए बामसेफ ने "राष्ट्रीय जैन मोर्चा" इस देशव्यापी संगठन का निर्माण किया है| सभी जैन लोगों ने इस संगठन से जुडकर महावीर जी का कार्य आगे बढाना चाहिए|

मूलनिवासी महापुरुष वर्धमान महावीर जयंती की सभी को हार्दिक को शुभकामनाएं।

जय मूलनिवासी 

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