cucumber right की शक्त आवश्यकता है क्योंकि ब्यूटी पार्लर में आँखों की झुर्रियां मिटाने के लिये भी इसकी नृसंश बलि चढ़ जाती है 😜..

0
खीरा है सदा के लिए...

एक खीरा लीजिये, इसे ऊपरी सिरे से एक स्लाइस काटिये, बचे टुकड़े के साथ खूब घिसिये अब इस सफेद अवक्षेप समान भाग को अलग कर दीजिए। अब खीरा के बीच से 4 बराबर टुकड़े कीजिये, नमक- मिर्च- जीरा पाउडर डालिये और मुँह में तब तक रखते जाइये जब तक अंतिम खीरे नक टुकड़ा समाप्त न हो जाये। मेरा यकीन मानिए मेरी ये पंक्तियाँ पूरे लेख से मजेदार लग रही होंगी। 😍😜

चलिये अब थोड़ी काम वाली बकवास कर लेते हैं। खीरा या ककड़ी वैसे तो एक फलदार सब्जी है, किन्तु सलाद के रूप में इसका उपयोग सर्वाधिक होता है। पादप जगत में यह बेचारा सबसे दयनीय स्थिति में है। इसे cucumber right की शक्त आवश्यकता है क्योंकि ब्यूटी पार्लर में आँखों की झुर्रियां मिटाने के लिये भी इसकी नृसंश बलि चढ़ जाती है 😜..., 
लोग कहते हैं कि इसकी पतली गोल स्लाइस काट कर आँखों पर रखने से आँखों में ठंडक मिलती है, और आँखों के आसपास के काले घेरे और झुर्रियां भी मिट जाती हैं। गाँव में ककड़ी के चीले बहुत लोकप्रिय हैं। वैसे तो यह अपने उत्तम स्वाद के लिए सलाद जाना जाता है, लेकिन अगर इसके गुणों पर प्रकाश डालें तो यह सलाद, से बढ़कर सब्जी है, सब्जी से कहीं बढ़कर दवा है और दवा से भी कहीं बढ़कर यह एक खेल है। खेल है मेरे बचपन का...। कैसे...? पढ़ते रहें बताता हूँ। 😊

खीरा का तीज त्योहार कनेक्शन: 
खीरा वैसे तो श्रवण मास के समस्त तीज त्यौहारों एवं व्रत- उपवास में फलाहार की प्रसाद की तरह स्वीकार्य है, लेकिन हलषष्ठी पूजन में इसका विशेष महत्व है, इस दिन बाड़ - बगीचों में लगी खीरा अर्पित करने का महत्व है अर्थात खेत मे बोई या उगाई ककड़ी नही होनी चाहिए। क्योंकि यह जंगली वनस्पतियो के पूजन का पर्व है अतः बोई और उगाई हुई वनस्पति इस हेतु उपयोगी नही मानी जाती। 

खीरा एक औषधीय फल: 
वैसे तो प्रत्येक फल के समान इसमें भी  इसमें बहुत अधिक मात्रा में जल, थोड़ी प्राकृतिक शर्करा, बहुत कम फेट, प्रोटीन, कई सूक्ष्म और वृहद पोषक तत्व पाये जाते हैं। लेकिन इसमें कुकुमेरिन A तथा B नाम के दो सेकंड्री मेटा बोलाइट्स पाये जाते हैं, जिनके कारण खीरा में जबरदस्त औषधीय गुण पाए जाते हैं। ये कुकुमेरीन्स एन्टी ऑक्सीडेंट, एन्टी रिंकल, एन्टी केंसर, एन्टी डाईबीटिक, व एन्टी अल्सर गुण वाले होते हैं। 
लेकिन क्या आप जानते हैं, कि खीरा में ये कुकुमेरीन्स कहाँ पाए जाते हैं? अगर मालूम होता तो फिर कभी इन्हें छिलके उतारकर नही खाते। जी हाँ आप सही समझ रहे हैं, ये चमत्कारिक रसायन इसके छिलके में मौजूद रहते हैं। वैसे ज्यादातर फलों में निर्माण प्रतिरक्षा तंत्र वाले रसायन छिलके में ही मिलेंगे, बीच के मांसल भाग में तो संचित भोज्य पदार्थ होता है। इसीलिये कहता हूँ, पेट भरना है तो छिलका उतारो और अगर पेट भरने के साथ साथ शरीर को सही पोषण देना है तो छिलका कभी न उतारना। 

खीरा एक सब्जी: अच्छा चलिये बताइये जरा कि इन सबके अलावा इसके चीले भी बनते हैं, किस किस ने बनाये हैं? या और क्या क्या बनाया जाता है खीरे से...? चीले बनाने के लिए इन्हें चीले के घोल/ बेसन में कीस कर मिला दें और चीले बनाये, उत्तम स्वादिष्ट चीले बनेंगे। 
          लेकिन इसे सब्जी या सांभर के रूप में भी बहुत पसंद किया जाता है। लौकी या कद्दू की तरह ही मसालेदार सब्जी बनाएं और इसके गुणों का आनंद उठायें। अगर भोजन की सुंदर, संतुलित और सम्पूर्ण थाली की बात करूँ तो जब तक उसमें खीरा शामिल न हो, कुछ अधूरा सा लगता है। और भोजन परोसते समय बार बार न जाने क्यों आपका मन कहता है, कि कुछ तो कमी है.....
इसी कमी का नाम है- खीरा, जिसे हम लोग यहाँ ककड़ी भी कह देते हैं। हालांकि वह अलग है। 😊

#ककड़ी / #खीरा
Eng. Name- #Cucumber
Scientific name- #Cucumis_sativus
Family- #Cucurbitaceae

धन्यवाद 🙏
जय मूलनिवासी 

Post a Comment

0 Comments
Post a Comment (0)
To Top