ब्राह्मण क्षत्रिय से ऊंच होते हैं तो अपने से नीच क्षत्रिय राम को क्यों पूजते है?

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#ब्राह्मण_राम_को_क्यों_पूजते_है...??
ब्राह्मण क्षत्रिय से ऊंच होते हैं तो अपने से नीच क्षत्रिय राम को क्यों पूजते है?
 क्योंकि राम क्षत्रिय नहीं #ब्राह्मण था।
राम का वास्तविक नाम #पुष्य_मित्र_सुंग था जो कि ब्राह्मण था।
अंतिम मौर्य सम्राट बृहदत मौर्य की धोखे से हत्या करने वाला ब्राह्मण सेनापति पुष्य मित्र सुंग था। 
बृहदत मौर्य जो कि बुद्धमय भारत का बौद्ध सम्राट बृहदत मौर्य बहुत ही #शक्तिशाली और दानवीर सम्राट था पूरा भारत बुद्धमय था उस समय ब्राह्मणों का वर्चस्व खत्म हो चुका था।
ब्राह्मण पुष्य मित्र सुंग ने #ब्राह्मणों का #वर्चस्व कायम करने के लिए बृहदत मौर्य से अपनी बहन का शादी करके रिश्ता बढ़ाया और सेना पर कब्जा कर लिया और एक सुबह #बृहदत मौर्य की धोखे हत्या कर दिया और साकेत का शासक बन बैठा और बौद्ध भिक्षुओं का कत्लेआम कराया पूरे भारत में बौद्धों का कत्लेआम कराया बौद्ध विहारो को तोडकर मदिर बनाया गया और ब्राह्मणों का वर्चस्व कायम करा दिया था इसलिए ही ब्राह्मण पुष्य मित्र को पूजने लगे।
ब्राह्मण #अग्नि_शर्मा उर्फ #वाल्मीकि ने पुष्य मित्र सुंग को #राम और बृहदत मोर्य को ही उसके नौ पूर्वज मौर्य सम्राटों के सिरो को जोड़ कर रावण नाम दिया और रामायण नामक काल्पनिक नाटक लिखा। 
अपनी नफरत जारी रखने के लिए #ब्राह्मण हर साल रावण को जलाते हैं और ब्राह्मण पुष्य मित्र सुंग को अर्थात राम को हर दिन पूजते है और अपनी कमाई करने के लिए लोगों से पुजवाते है।
जय मूलनिवासी..............................✍️ ✍️✍️✍️

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