राममंदिर के नाम पर बुद्ध का अपमान किया जा रहा है|
राम के नाम पर काल्पनिक विष्णु की मुर्ति बनाई गई है| विष्णु के काल्पनिक अवतारों में बुद्ध को 9 वे स्थान पर दिखाकर विदेशी ब्राह्मणों ने बुद्ध का और सभी बहुजनों का अपमान किया है| इसी तरह बदमाश परशुराम को भी अवतारों में दिखाकर ब्राह्मणों ने क्षत्रियों का अपमान किया है|
राममंदिर वास्तव में विदेशी ब्राह्मणों के धार्मिक नंगानाच का प्रतीक बन गया है| सभी भारतीयों को दरकिनार कर, उन्हें शिक्षा तथा हक अधिकारों से वंचित कर, शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण प्रणाली का नीजिकरण कर, बहुजनों को बरबाद किया जा रहा है और दुसरी तरफ राममंदिर के नाम पर मिडिया के माध्यम से धार्मिक उन्माद पैदा किया जा रहा है तथा संविधानिक पदों पर आसीन प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्रीयों को धार्मिक कार्यों में शामिल कर संविधान के धर्मनिरपेक्ष तत्व का मजाक उड़ाया जा रहा है|
22जनवरी_काला_दिन
22January_Black_day