जलगांव में बैलेट पेपर से चुनाव की मांग: ईवीएम के खिलाफ जन आंदोलन
जलगांव/नायक 1: जलगांव में ईवीएम के खिलाफ जनता का गुस्सा सड़कों पर उतर आया। महात्मा गांधी पार्क से शुरू हुआ एक जन आक्रोश मार्च कलेक्टर कार्यालय पर समाप्त हुआ, जहां प्रदर्शनकारियों ने कलेक्टर को एक बयान सौंपा। इसमें ईवीएम से जुड़े परिणामों पर सवाल उठाते हुए बैलेट पेपर से दोबारा मतदान कराने की मांग की गई।
ईवीएम और वीवीपैट की गड़बड़ियों पर आपत्ति
चुनाव के दौरान और मतगणना के दिन ईवीएम में गड़बड़ियों की बात सामने आई। 23 नवंबर को मतगणना के दौरान कई ईवीएम ने गलत सिग्नल दिए। वीवीपैट रसीदों की गिनती से इनकार करना भी लोगों के विश्वास को ठेस पहुंचा रहा है।
ग्रामीणों का विरोध: ईवीएम के खिलाफ प्रतीकात्मक प्रदर्शन
मालशिसस तालुका और गाड़ेगांव के ग्रामीणों ने ईवीएम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए इसे हटाने और बैलेट पेपर से वोटिंग की मांग की। गाड़ेगांव में प्रदर्शनकारियों ने ईवीएम पर "सेलाइन लगाकर" इसका प्रतीकात्मक विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप है कि ईवीएम के माध्यम से चुनाव में धांधली की गई है, जिससे लोकतंत्र कमजोर हुआ है।
बैलेट पेपर की मांग
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मतदाता अपने मतों को लेकर आशंकित हैं। वे चाहते हैं कि सरकार और न्यायपालिका ईवीएम की पारदर्शिता की जांच करे। उनका आग्रह है कि आगामी चुनाव बैलेट पेपर पर कराए जाएं ताकि जनता का विश्वास बहाल हो सके।
नारे:
- "बैलेट पेपर से चुनाव कराओ!"
- "ईवीएम हटाओ, लोकतंत्र बचाओ!"
यह विरोध प्रदर्शन जनता के बढ़ते असंतोष और पारदर्शिता की मांग को दर्शाता है। यदि ईवीएम पर जनता का विश्वास नहीं बहाल होता, तो चुनावी प्रक्रिया का भविष्य खतरे में पड़ सकता है।