भारत की ऐतिहासिक सच्चाई: धर्म के नाम पर अत्याचार
वामन मेश्राम साहब (राष्ट्रीय अध्यक्ष -बामसेफ /भारत मुक्ति मोर्चा)
भारत में धर्म की जो वर्तमान संरचना है, उसे समझना आवश्यक है।आज जो धर्म "हिंदू धर्म" के नाम से पहचाना जाता है, वह वास्तव में "ब्राह्मण धर्म" है। यह धर्म विदेशी आर्यों द्वारा मूलनिवासी भारतीयों पर जबरन थोपा गया था। समय-समय पर इसे अलग-अलग नाम दिए गए, जैसे वैदिक धर्म, सनातन धर्म, आर्य धर्म, और अब हिंदू धर्म लेकिन इसकी विचारधारा और उद्देश्य हमेशा ब्राह्मणवादी वर्चस्व स्थापित करना ही रहा है।
ब्राह्मणवाद और शास्त्रों का खेल
इतिहास में कहीं भी "हिंदू" शब्द का उल्लेख नहीं मिलता। तथाकथित धर्म ग्रंथों जैसे वेद, रामायण, गीता, उपनिषद, और पुराण में "हिंदू" का उल्लेख नहीं है । ये सभी ग्रंथ ब्राह्मणों द्वारा लिखे गए और समाज को शोषित करने के लिए बनाए गए थे । ब्राह्मणवाद के चार मुख्य हथियार: साम, दाम, दंड, और भेद