- 1. मधुमेह
- 2. अल्जाइमर्स
- 3. खांसी-जुकाम
- 4. जोड़ों का दर्द
- 5. हकलाहट
- 6. दांतों की सफाई
- 7. सर्दी और छींकें
- 8. पेट के रोग
- सर्दी-जुकाम: चाय पत्ती की जगह तेजपत्ता का चूर्ण मिलाकर चाय पीने से राहत मिलती है।
- दांतों के लिए: तेजपत्ता के चूर्ण को दांतों पर मलने से चमक आती है।
- खांसी में: एक चम्मच तेजपत्ता चूर्ण को शहद के साथ मिलाकर सेवन करें।
- पेट के लिए: तेजपत्ता का काढ़ा बनाकर पीने से पेट फूलना और अतिसार में लाभ होता है।
- कपड़ों और अनाज की सुरक्षा: कपड़ों और अनाज में तेजपत्ता रखने से कीड़ों का प्रकोप नहीं होता।
- पैरों की दुर्गंध: मोजे पहनने से पहले तलवों पर तेजपत्ता का चूर्ण मलें।
- हृदय स्वास्थ्य: रोजाना भोजन में तेजपत्ता का उपयोग हृदय को स्वस्थ रखता है।
तेजपत्ता: औषधीय गुणों से भरपूर एक बहुमूल्य उपहार
जिसे तेजपत्र, तमालपत्र, तेजपान और इंडियन केसिया के नाम से भी जाना जाता है, एक अत्यंत उपयोगी औषधि और मसाला है। इसका उपयोग न केवल भोजन का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है, बल्कि यह कई रोगों के उपचार में भी सहायक है।
तेजपत्ता की खेती 🌱
तेजपत्ता की खेती मुख्य रूप से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश में की जाती है। यह हमेशा हरा रहने वाला तमाल वृक्ष है, जिसकी पत्तियां कई सालों तक उपज देती हैं।
तेजपत्ता का तेल
तेजपत्ता से 0.6% खुशबूदार तेल निकाला जाता है। इस तेल के औषधीय गुण इसे और भी मूल्यवान बनाते हैं।
तेजपत्ता के औषधीय गुण 🩺
तेजपत्ता में दर्दनाशक, एंटीऑक्सीडेंट और कई औषधीय गुण होते हैं। यह निम्नलिखित समस्याओं में लाभकारी है:
तेजपत्ता के उपयोग के तरीके
अन्य लाभ 🌿
घर में सकारात्मक ऊर्जा फैलाने के लिए तेजपत्ता जलाएं।
इसका धुआं मिर्गी रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।
निष्कर्ष
तेजपत्ता केवल एक मसाला नहीं है, बल्कि यह प्रकृति का अनमोल तोहफा है। इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करें और इसके औषधीय गुणों का लाभ उठाएं।
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नई दिल्ली/नNayak 1