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विनोद पवार जल समाधि मामला: वामन मेश्राम ने प्रशासन पर उठाए गंभीर सवाल
संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित संयुक्त ज्ञान सम्मेलन में वामन मेश्राम ने विनोद पवार जल समाधि मामले को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि संगठन इस मामले में पूर्ण न्याय दिलाने की दिशा में काम करेगा।
सरकारी अधिकारियों के सामने हुई घटना
मेश्राम ने बताया कि विनोद पवार ने सरकारी अधिकारियों व प्रतिनिधियों की मौजूदगी में जल समाधि ली, जो अत्यंत गंभीर और चिंताजनक घटना है। कानून के अनुसार प्रशासन को उन्हें रोकना चाहिए था, पर ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने कानून के अनुसार समय रहते विनोद पवार को गिरफ्तार किया होता, तो आज उनकी जान बच सकती थी।
यह आत्मदाह नहीं—प्रशासनिक हत्या: वामन मेश्राम
मेश्राम ने कहा कि यह घटना सिर्फ आत्मदाह नहीं बल्कि प्रशासनिक विफलता और लापरवाही का नतीजा है।
उन्होंने सवाल उठाया कि जब अधिकारी और पुलिस मौजूद थे, तब उन्होंने विनोद पवार को रोकने का प्रयास क्यों नहीं किया?
सरकार को 1 महीने की मोहलत
उन्होंने कहा कि संगठन मामले को हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के वकीलों की सहायता से आगे बढ़ाएगा, और जरूरत पड़ने पर निजी केस भी दाखिल करेगा।
संगठन करेगा पूरी Legal Fight
मेश्राम ने कहा कि संगठन कानूनी फीस भी वहन करेगा और सामूहिक शक्ति के साथ न्याय के लिए लड़ाई लड़ेगा।
संगठन का संकल्प
उन्होंने कहा कि विनोद पवार जल समाधि मामले में संगठन पूरी जिम्मेदारी से न्याय दिलाने का काम करेगा। और अगर प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की तो सड़कों से अदालत तक लड़ाई लड़ी जाएगी।
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