मैं पंजाब से दिल्ली बॉर्डर पर बैठे सभी लोगों को सूचित करना चाहता हूं .भारत मुक्ती मोर्चा

2

 मैं पंजाब से दिल्ली बॉर्डर पर बैठे सभी लोगों को सूचित करना चाहता हूं .भारत मुक्ती मोर्चा

https://nayak1news.blogspot.com/2020/12/blog-post_14.html

किसान आन्दोलन में झंडे से बदनाम किया जा रहा है,वामन मेश्राम साहब ने साजिश का किया पर्दाफाश

किसान आंदोलन सही दिशा में जा रहा है, उसी को बदनाम करने के लिए ब्राम्हणवादी ताकतें काम कर रही है. साथ में ही हमारी किसान आंदोलन के साथ जो एकता बनी है उसे भी तोड़ने कि कोशिश हो रही है, लेकीन हमारा किसान आंदोलन को समर्थन है और रहेगा.












जो केंद्र सरकार के खिलाफ किसान एकजुटता के खिलाफ लड़ रहे हैं कि आरएसएस भाजपा कांग्रेस इस आंदोलन को नष्ट करने के लिए लड़ रही है । और भारतीय गोदी मीडिया पूरी ताकत लगा रही है । इस आंदोलन में अपने लोगों को छोड़कर किसी भी तरह से दंगा कराने की साजिश हो रही है । जिसके तहत आज एक वीडियो सोशल मीडिया पर घूम रहा है । इस वीडियो में एक युवक पर हाथ में झंडा लेकर किसान विरोधी नारे लगाने का आरोप लगाया गया है । बलदेव सिंह सिरदा ने भी बताया कि वह पकड़ा गया है । कोई नहीं जान सका कि यह युवक कौन है ।

लेकिन उसके हाथ में जो झंडा पकड़ा जा रहा है वो किसी RSS का नहीं है । लोगों ने पहचान कर बताया कि इसमें अशोक चक्र था और बीच में जानवर की फोटो खींची गई । मैं आपको बताना चाहता हूं कि यह झंडा भारत के SC, ST, OBC और अल्पसंख्यक (सिख, ईसाई, मुस्लिम, बौद्ध जेनी, लिंगायत) के लोगों का मतलब है भारत के मूलनिवासियों का सामाजिक संगठन, बामसेफ, भारत मुक्ति मोर्चा झंडा । अशोक चाकर और सिंदू घाटी सभ्यता के सांड़ चिन्ह की फोटो सहित । इस युवक के हाथों एक अज्ञात अंसार ने लहराया यह झंडा । यह युवा हमारे संगठन का कार्यकर्ता नहीं है ।
बामसेफ के बारे में आपको अवगत कराना जरूरी है, बामसेफ भारत की एकमात्र सामाजिक संस्था है जो पिछले 43 वर्षों से भारत के कोने कोने में सामाजिक जागरूकता पर काम कर रही है । भारतीय सरकारों ने राष्ट्रीय मीडिया को सख्त निर्देश दिया है कि वे अपने मीडिया में कोई खबर न दिखाएं और न ही बामसेफ भारत मुक्ति मोर्चा और उसके सहकारी संगठनों का कोई कार्यक्रम प्रकाशित करें । इसके बावजूद बामसेफ देश के 85 % समाज के अधिकारों की रक्षा और देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए दिन रात एक किये हुए है । बामसेफ के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय वामन मेश्राम जी जिन्होंने सबसे पहले देश की जनता को EVM मशीनों के घोटाले के बारे में बताया था कि 2014 में मोदी आंदोलन नहीं हुआ था लेकिन मोदी पहले 2004 की तरह EVM मशीनों में गड़बड़ करके जीते थे और 2009 में कांग्रेस ने पंगा लेकर चुनाव जीता । वामन मेश्राम वही शख्स है जिसने भारतीय चुनाव आयोग को सुप्रीम कोर्ट में घसीटा । और कोर्ट में कोर्ट की मानहानि के लिए भारत निर्वाचन आयोग के खिलाफ मुकदमा दायर किया ।
भारत के लोकतंत्र में यह पहली घटना थी कि किसी व्यक्ति या संगठन ने चुनाव आयोग पर हेरफेर का आरोप लगाया और चुनाव आयोग के 4-4 प्रमुख वकीलों ने आखिर में बामसेफ के सवालों का जवाब नहीं दिया । कोर्ट को चुनाव आयोग के मुखिया को खुद कोर्ट में पेश होने का आदेश देना पड़ा और EVM मशीनों के साथ वोटर वेरीफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल सिस्टम का आदेश दिया ।
जैसा कि पूरे देश से लोग आज एंडलॉन में शामिल होने के लिए दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं, बामसेफ लोगों को जगाने के लिए हर साल देश के विभिन्न अवचेतन में 5 दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित करता है । जिसमें पूरे देश के 2.5 से 3 लाख लोग अपने काम की छुट्टी लेकर इस सत्र को सुनने के लिए 3 से 5 हजार रजिस्ट्रेशन करवाते हैं । नवम्बर 2017 के महीने में श्री अमृतसर, रामपुरा फतेहगढ़ चूरियां की भूमि में यह राष्ट्रीय सत्र 18 से 22 नवंबर तक आयोजित किया गया । जिसमें विभिन्न सिख संगठनों के नेताओं ने भाग लिया और मंच को शेयर करते हुए लाखों लोगों के आगे अपने विचार रखे । यह सत्र दिन-रात चलता रहा ।
इसी सत्र में उल्लेख करना चाहता हूं भाई ध्यान सिंह मंड जी अकाली दल अमृतसर के अध्यक्ष एस सिमरनजीत सिंह मान एस. बलदेव सिंह सिरसा जी भी उपस्थित रहे । रात में उनसे बातचीत भी साझा की गई । सत्र समाप्त होने के बाद श्री दरबार साहिब की ओर कूच करते हुए सामाजिक समुदाय का संदेश दिया गया । जिसमें ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय प्रवक्ता मौलाना हजरत नोमानी साहिब, लिंगायत धर्म के नेता स्वामी कोर्नेश्वर जी भी मौजूद थे ।
इस बार कोरोना कॉल के कारण राष्ट्रीय सत्र 25 से 29 दिसंबर 2020 तक ऑनलाइन होने जा रहा है ।
बामसेफ देश का सबसे बड़ा सामाजिक संगठन है जो पूरे देश में किसान आंदोलन ला रहा है । आरएसएस भाजपा और कांग्रेस बामसेफ भारत मुक्ति मोर्चा और बहुजन क्रांति मोर्चा को किसानी आंदोलन से अलग करने के डर से 5000 से अधिक जिले और 3500 तहसील अपने संगठन के साथियों के माध्यम से किसान आंदोलन में तेजी लाने के लिए लगे हुए हैं ।
दिल्ली के मोर्चे पर बैठे सभी सक्रिय नेताओ से मेरा सभी साथियों से निवेदन है कि ज्यादा काम करते रहे मुस्तैदी हम भारत में किसानों के आंदोलन को और समर्थन देने की कोशिश कर रहे है । @Nayak 1
अश्वनी कुमार
बामसेफ भारत मुक्ति मोर्चा पंजाब

Post a Comment

2 Comments
Post a Comment
To Top