अमृत नही मृत काल

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अमृत काल के,अमृत महोत्सव मे ,विश्व गुरु बनेगा भारत |
 जहाँ गन्दे नाले ईधन गैस निकलेगा और मोरनी आंसू से प्रीगनेन्ट होती हो, जहाँ ताडन का मतलब शिक्षा देना,समझाना बताया जाता हो,वास्तव मे ब्राह्मण काल चल रहा है. 
खाने को रोटी नही पीने को पानी नही 
अमृत नही मृत काल 

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