आदित्य एल-1 : सूर्य मिशन की तैयारियां जोरों पर जो साल 2025 में प्रस्तावित पहले गगनयान मिशन के प्रक्षेपण के लिए जरूरी हैं।

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चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर विश्व में पहली बार हुई सॉफ्ट लैंडिंग के बाद इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बताया कि आदित्य एल 1 को लेकर बचे हुए काम पूरे किए जा रहे हैं। इसे सितंबर के पहले हफ्ते में प्रक्षेपित किया जाएगा।

आदित्य एल-1 : सूर्य मिशन की तैयारियां जोरों पर
चंद्रमा पर सफलता से उतरने की खुशी मना रहे इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को बताया कि दो सितंबर को सूर्य के लिए भी मिशन रवाना किया जाएगा। यह मिशन आदित्य एल 1 भारत का पहला सूर्य मिशन है। इसके प्रक्षेपण की सभी तैयारियां पूरी की जा रहीं हैं। सोमनाथ ने बताया कि आदित्य एल 1 को लेकर बचे हुए काम पूरे किए जा रहे हैं। साथ ही सितंबर या अक्तूबर में ही एक और बड़ा काम इसरो गगनयान मिशन को लेकर करेगा। इसके क्रू मॉड्यूल और क्रू को सुरक्षित निकालने की प्रणाली का परीक्षण किया जाएगा। इसके बाद ही कई अन्य परीक्षण किए ★ जाएंगे, जो साल 2025 में प्रस्तावित पहले गगनयान मिशन के प्रक्षेपण के लिए जरूरी हैं।
पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर जाकर सूर्य का अध्ययन

आदित्य एल 1 को यूआर राव प्रक्षेपण केंद्र में तैयार किया गया, यह करीब 110 दिन में पृथ्वी से 15 लाख किमी दूर सूर्य की ओर गोंच बिंदु पर परिक्रमा कक्षा में स्थापित होगा। इसी से इसके नाम में एल 1 जुड़ा। यह सूर्य की निगरानी करेगा, सूर्य ग्रहण या अन्य वजहों से इसके काम में कोई व्यवधान नहीं आएगा। यह सौर मंडल में हो रही गतिविधियों और अंतरिक्ष के मौसम को भी समझने में मदद करेगा। इसमें सात उपकरण होंगे, जो सूर्य के फोटोस्फीयर, क्रोमोस्फीयर, सबसे बाहरी सतह कोरोना पर नजर रखेंगे और आसपास मौजूद कणों और क्षेत्र का अध्ययन करेंगे।
जय मूलनिवासी 
@Nayak1

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