मैं इंडियन रेल मंत्रालय का निषेध/विरोध करती हु के मेरे जीवन का 10 घंटा बरबाद किया.

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यू तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी,,🥀


इंतजार करना बहोत मुश्किल होता है आज पूरी रात ऑफिस से रेलवे स्टेशन पर निकाली.ट्रेन पटना से साम 17बजे निकल ने वाली थी और बनारस 20:55 को निकल कर दिल्ली जाने वाली ट्रेन अभी तक नही पहोचि है.अभी सुबह के 5:50 बज चुके है.परेशानी से हम परेशान हो ने वालो में से नही है.एक पैसेंजर बाजुमे नींद के मारे बिचारा अपने आप को रोक नहीं पा रहा था.live देखकर थोड़ा मन हल्का हुआ और रेलवे की खस्ता हालत पर दया आ रही थी के विदेशीयो ने मेरे देश और उसकी साधारण से साधारण सुविधाओ की कैसी दुर्दशा कर दी है.मैं इंडियन रेल मंत्रालय का निषेध/विरोध करती हु के मेरे जीवन का 10 घंटा बरबाद किया.और अभी मालूम नही और कितना समय लगेगा.ऐसे हालात में और मजबूती से काम करने का दृढ़ विश्वास बढता है.

जय मूलनिवासी 

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