2004 से अब तक हुए सभी चुनाव अवैध: सुधीर नाग
सुधीर नाग का बड़ा दावा
"2004 के बाद से हुए सभी चुनाव अवैध हैं।" ऐसा बड़ा दावा बामसेफ के पूर्णकालिक प्रचारक सुधीर नाग ने किया। गया में आयोजित बामसेफ के राष्ट्रीय सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ईवीएम का इस्तेमाल भारतीय चुनाव प्रणाली में एक बड़ी धोखाधड़ी है।
सुब्रमण्यम स्वामी की किताब से सबूत
सुधीर नाग ने बताया कि बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने अपनी किताब "इलेक्ट्रॉनिक मिसाइल असंवैधानिक और अस्थायी" में ईवीएम के अवैध उपयोग की बात कही है। किताब के पेज नंबर 14 पर लिखा है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत ईवीएम का उपयोग अवैध है। 1989 में कानून में संशोधन कर इसे वैध किया गया, लेकिन यह पूरी प्रक्रिया संदिग्ध है।
ईवीएम के घोटालों के बड़े खुलासे
- 2019 लोकसभा चुनाव में केवल 4% डेटा ही प्रकाशित हुआ।
- 220 निर्वाचन क्षेत्रों में तय संख्या से कम वोट पड़े।
- 153 निर्वाचन क्षेत्रों में तय संख्या से ज्यादा वोट गिने गए।
- वीवीपैट पर्चियां चार महीने में नष्ट कर दी गईं।
चुनाव आयोग पर सवाल
सुधीर नाग ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट से कई महत्वपूर्ण सवाल और जवाब हटा दिए हैं। उन्होंने दावा किया कि ईवीएम के माध्यम से कौन किसे वोट दे रहा है, इसका डेटा प्रिंट किया जा सकता है। यह न केवल गोपनीयता का उल्लंघन है, बल्कि चुनाव प्रणाली की निष्पक्षता पर भी सवाल खड़ा करता है।
2004 से चुनावों की वैधता पर सवाल
सुधीर नाग ने कहा कि 2004, 2009, 2014, और 2019 के चुनावों में व्यापक धांधली हुई। उन्होंने यह भी दावा किया कि 2024 के चुनाव में भी ऐसी ही गड़बड़ियां हो रही हैं।
क्या कहता है फॉर्म 17C?
फॉर्म 17C में डाले गए और गिने गए वोटों की संख्या दर्ज होती है। लेकिन 542 लोकसभा क्षेत्रों में से 362 में डाले गए वोट और गिने गए वोट अलग थे।